पल फिसल जाते हैं
पल निकल जाते हैं
पल संभल जाते हैं
पल सहेजे जाते हैं
पल संवारे जाते हैं
पल निखारे जाते हैं
पल निहारे जाते हैं
पल बिताए जाते हैं
पल सजाये जाते हैं
पल बहाये जाते हैं
पल पाले जाते हैं
पल खाली भी जाते हैं
पल पल पल पल
हर पल हर पल
राजबीर देसवाल जनवरी ८ 20111
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